– SEBI अब म्यूचुअल फंड नियमों की व्यापक समीक्षा कर रहा है ताकि निवेश करना पारदर्शी, सरल और टेक-फ्रेंडली बन सके।
– कम शुल्क, सरल नियम और डिजिटल प्रक्रियाओं से छोटे निवेशकों को अब म्यूचुअल फंड में निवेश करना पहले से ज़्यादा सुविधाजनक होगा।
– नए नियम एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMCs) को ज्यादा लचीलापन और नवाचार के अवसर देंगे जिससे वे बेहतर सेवाएं दे सकेंगी।
– SEBI का उद्देश्य है कि आम लोगों का म्यूचुअल फंड पर विश्वास बढ़े और निवेश केवल विशेषज्ञों तक सीमित न रहे।
– SEBI नियमों को इस तरह डिज़ाइन कर रहा है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए निवेश और भी सुगम हो जाए।
अब निवेशक को मिलेगा आसान जानकारी, बेहतर गाइडेंस और ट्रांसपेरेंसी, जिससे वह आत्मविश्वास के साथ निवेश कर सकेगा।