Lado Protsahan Yojana 2025 – राजस्थान में बेटियों की शिक्षा और भविष्य को मजबूत आधार देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। “लाडो प्रोत्साहन योजना 2025” को और प्रभावी बनाते हुए अब इसके तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता को बढ़ाकर ₹1.5 लाख कर दिया गया है। पहले यह राशि ₹1 लाख निर्धारित थी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा घोषित इस नई व्यवस्था के तहत अब बालिकाओं को उनके जीवन के विभिन्न चरणों में अधिक वित्तीय सहयोग मिलेगा, जिससे उन्हें आगे बढ़ने में और सुविधा होगी।
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Lado Protsahan Yojana 2025 का उद्देश्य
इस Lado Protsahan Yojana 2025 का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य में बेटियों की शिक्षा और विकास में कोई रुकावट न आए। इसके जरिए न केवल बालिकाओं को विद्यालय जाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, बल्कि हमारे समाज में बाल विवाह, भ्रूण हत्या और बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच पर भी चोट की जा रही है।

बेटियों को मिलने वाली ₹1.5 लाख की आर्थिक सहायता – जानें किस चरण में कितना मिलेगा और कैसे?
Lado Protsahan Yojana 2025 के अंतर्गत बेटियों को उनके जीवन के विभिन्न महत्वपूर्ण पड़ावों पर आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कुल ₹1.5 लाख की सहायता सात अलग-अलग चरणों में दी जाती है। यह अमाउंट समय-समय पर किश्तों में आपके बैंक में दी जाती है, ताकि हर उम्र में उन्हें पढाई और विकास में लगातार सहयोग मिलता रहे।
- जन्म पर: ₹2,500
- 1 साल की आयु व टीकाकरण करने के बाद: ₹2,500
- कक्षा 1 में प्रवेश: ₹4,000
- कक्षा 6 में प्रवेश: ₹5,000
- कक्षा 10 पास करने पर: ₹11,000
- कक्षा 12 में अध्ययन के दौरान: ₹25,000
- स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करने और 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर: ₹1,00,000
इस तरह, बेटी के जन्म से लेकर युवावस्था तक सरकार द्वारा मदद दी जाती है, जिससे वह आत्मनिर्भर और शिक्षित बन सके।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
कौन पात्र है?
- बालिका का जन्म राजस्थान में किसी सरकारी अस्पताल या JSY अनुमोदित निजी संस्थान में हुआ हो।
- माता या बालिका राजस्थान की निवासी होनी चाहिए।
- बैंक खाता अनिवार्य है—प्रारंभिक 6 किश्तें माता या अभिभावक के खाते में और अंतिम किश्त बालिका के नाम से खोले गए खाते में दी जाएगी।
आवेदन कैसे करें?
- Lado Protsahan Yojana 2025 के लिए अलग से कोई आवेदन पत्र भरने की आवश्यकता नहीं है।
- जब बालिका का जन्म अस्पताल में होता है, तो संबंधित डेटा सीधे राजकीय पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाता है।
- जिन बालिकाओं को पहले राजश्री योजना का लाभ मिला है, उन्हें स्वतः इस योजना में शामिल कर लिया गया है।
योजना की प्रमुख विशेषताएँ
- सीधी डीबीटी (DBT) के माध्यम से फंड ट्रांसफर—बिचौलियों की भूमिका खत्म
- पारदर्शी प्रक्रिया, जो डिजिटल रिकॉर्डिंग और निगरानी द्वारा नियंत्रित होती है
- सात किश्तों में भुगतान, जो कि बालिका की उम्र और शिक्षा स्तर के अनुसार किया जाता है
सामाजिक असर
1. शिक्षा में निरंतरता
सरकार द्वारा किश्तें शिक्षा के विभिन्न चरणों पर देने से यह सुनिश्चित होता है कि बालिकाएं स्कूल में बनी रहें और उच्च शिक्षा प्राप्त करें।
2. बाल विवाह में कमी
किश्तों की संरचना इस प्रकार की गई है कि अधिकतम सहायता 21 वर्ष की उम्र के बाद मिले, जिससे परोक्ष रूप से बाल विवाह को हतोत्साहित किया जा सके।
3. महिला सशक्तिकरण
जब बेटी के नाम पर सीधे बैंक खाते में पैसा आता है, तो घर में उसकी स्थिति सशक्त होती है और समाज में उसका दर्जा बढ़ता है।[Related-Posts]
योजना की निगरानी
राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग इस योजना की मॉनिटरिंग करता है।
हर तीन महीने में जिला कलेक्टर इसकी समीक्षा करता है।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ टास्क फोर्स की अपनी जिम्मेदारी होती है कि वो स्कूलों और स्थानीय लोगो के बीच Lado Protsahan Yojana 2025 से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करते रहें।
चुनौतियाँ
- ग्रामीण क्षेत्रों में योजना की जानकारी कम होने से कई पात्र परिवार इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।
- कई बार अस्पताल से पोर्टल पर डेटा एंट्री में त्रुटि हो जाती है, जिससे किश्तों में देरी हो सकती है।
- बैंक खाता नहीं होने पर लाभ नहीं मिल सकता।
- पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षा को अभी इस योजना में शामिल नहीं किया गया है, जिससे कुछ छात्राएं वंचित रह सकती हैं।
भविष्य की संभावनाएं
राज्य सरकार द्वारा दी गई यह आर्थिक सहायता Lado Protsahan Yojana 2025 न केवल सामाजिक बदलाव का संकेत देती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सरकार बेटियों के प्रति गंभीर है। यदि योजना को और अधिक सरल, तकनीकी रूप से पारदर्शी और ग्राम स्तर पर जागरूकता के साथ लागू किया जाए, तो यह राजस्थान के हर कोने में बेटियों के भविष्य को उज्ज्वल बना सकती है।
निष्कर्ष
Lado Protsahan Yojana 2025 बेटियों के आने वाले उज्जवल कल की दिशा में एक काबिल ए तारीफ और बेहतरीन कदम है। Lado Protsahan Yojana 2025 के तहत दी जाने वाली ₹1.5 लाख की मदद, जीवन के भिन्न-भिन्न चरणों में मिलने से यह निश्चित होता है कि बेटियाँ शिक्षा प्राप्त कर ही रहीं है साथ-साथ आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ें।
सरकार का यह प्रयास सामाजिक सोच को बदलने की दिशा में एक मजबूत कदम है और Lado Protsahan Yojana 2025 आने वाले वर्षों में महिला सशक्तिकरण का आधार बन सकती है।
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